एचएसवीपी द्वारा तीन मार्च को इनहांसमेंट पर जारी लास्ट एंड फाइनल सेटलमेंट स्कीम में बड़े स्तर पर गड़बड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन स्कीम लांच होने के 11 दिन बाद भी एचएसवीपी द्वारा राशि अपडेट में हुई गड़बड़ियों को ठीक करने के लिए कोई प्रभावी प्रक्रिया नहीं अपनायी गई है। प्लाटधारक हुडा दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं। इस स्कीम के तहत जिन 58 सेक्टरों के 15430 प्लाटों की राशि अपडेट हुई है।
सभी सेक्टरों में पीपीएम सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी से कई प्लाटधारकों के खातों में गलत राशि अपडेट हुई है। ऑल सेक्टर रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से इस स्कीम को होल्ड कर, सॉफ्टवेयर की गड़बडिय़ों को ठीक कर, नियमों के अनुसार पुनः राशि अपडेट करने की मांग की है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप वत्स ने बताया कि राशि अपडेट होने के बाद एक सेक्टर में एक समान साइज के प्लाटों की राशि स्क्वेयर मीटर व गज में एक समान राशि आनी चाहिए। लेकिन किसी सेक्टर में ऐसा नहीं हुआ।
अगर किसी प्लाटधारक ने एक्सटेंशन फीस या अन्य कोई भी राशि भरते समय एक रुपया भी ज्यादा जमा करवा रखा है तो सॉफ्टवेयर उसे इनहांसमेंट की पहली किश्त मानकर, अलाटी को डिफाल्टर की श्रेणी से बाहर कर रहा है।
इसी वजह से हजारों प्लाटधारकों को इस सेटलमेंट स्कीम का पूर्ण लाभ नहीं मिल रहा। मात्र एक रुपये या दो रुपये ज्यादा भरने पर अलॉटियों के खातों में लाखों रुपये ज्यादा की इनहांसमेंट राशि अपडेट हुई है। वत्स ने कहा इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी वीं उमाशंकर से पुनः विस्तार से बात हुई है।
एचएसवीपी द्वारा तीन मार्च को इनहांसमेंट पर जारी लास्ट एंड फाइनल सेटलमेंट स्कीम में बड़े स्तर पर गड़बड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन स्कीम लांच होने के 11 दिन बाद भी एचएसवीपी द्वारा राशि अपडेट में हुई गड़बड़ियों को ठीक करने के लिए कोई प्रभावी प्रक्रिया नहीं अपनायी गई है। प्लाटधारक हुडा दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं। इस स्कीम के तहत जिन 58 सेक्टरों के 15430 प्लाटों की राशि अपडेट हुई है।
सभी सेक्टरों में पीपीएम सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी से कई प्लाटधारकों के खातों में गलत राशि अपडेट हुई है। ऑल सेक्टर रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से इस स्कीम को होल्ड कर, सॉफ्टवेयर की गड़बडिय़ों को ठीक कर, नियमों के अनुसार पुनः राशि अपडेट करने की मांग की है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप वत्स ने बताया कि राशि अपडेट होने के बाद एक सेक्टर में एक समान साइज के प्लाटों की राशि स्क्वेयर मीटर व गज में एक समान राशि आनी चाहिए। लेकिन किसी सेक्टर में ऐसा नहीं हुआ।
अगर किसी प्लाटधारक ने एक्सटेंशन फीस या अन्य कोई भी राशि भरते समय एक रुपया भी ज्यादा जमा करवा रखा है तो सॉफ्टवेयर उसे इनहांसमेंट की पहली किश्त मानकर, अलाटी को डिफाल्टर की श्रेणी से बाहर कर रहा है। इसी वजह से हजारों प्लाटधारकों को इस सेटलमेंट स्कीम का पूर्ण लाभ नहीं मिल रहा। मात्र एक रुपये या दो रुपये ज्यादा भरने पर अलॉटियों के खातों में लाखों रुपये ज्यादा की इनहांसमेंट राशि अपडेट हुई है। वत्स ने कहा
इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी वीं उमाशंकर से पुनः विस्तार से बात हुई है।
इस स्कीम के तहत किसी प्लाटधारक के खाते में गलत राशि अपडेट में हुई है तो वो एक्सटेंशन फीस या अन्य कोई बकाया की ज्यादा भरी गई राशि की रसीद संलग्न कर ,अपनी लिखित शिकायत एचएसवीपी कार्यालय में जमा करवाएं।
इन सभी प्लाटधारकों की आपत्तियों पर एचएसवीपी मुख्य प्रशासक की अध्यक्षता में गठित ग्रीवांस कमेटी अन्तिम निर्णय लेगी। इस स्कीम को 3 मार्च से 30 अप्रैल तक दो माह के लिए लांच किया गया है। इसलिए सभी अलाटी जिनके खातों में गलत राशि अपडेट हुई है, जल्द अपनी शिकायत जोनल कार्यालयों में दर्ज करवाएं। तथा एक काॅपी मैनवल, मेल या डाक से एचएसवीपी के मुख्य प्रशासक पंचकूला को भेजें।
समझिए... यूं मुसीबत बन गई राहत योजना
1. हिसार सेक्टर 16,17, 13 पार्ट के प्लाट न.1259पी (404 गज) के अलाटी को मात्र 12 पैसे एक्सटेंशन फीस ज्यादा भरने पर लगभग 15.50 लाख रुपये अधिक राशि अपडेट हुई है। दरअसल अलाटी ने वर्ष 2016 तक की सात साल की एक्सटेंशन फीस राशि 32410 रु 88 पैसे भरते समय 32411 रुपये (मात्र 12 पैसे) ज्यादा जमा करवा दिए। जिसके कारण सॉफ्टवेयर ने 12 पैसे को इनहांसमेंट की किश्त मानकर प्लाट को डिफाल्टर की श्रेणी से बाहर कर दिया। उसको राशि अपडेट के बाद कुल देय राशि 22 लाख 12910 रुपये से घटाकर 20 लाख 19912 रुपये (मात्र 8.72 प्रतिशत) अपडेट की गयी है। जबकि इसी सेक्टर में अन्य डिफाल्टर श्रेणी के प्लाटधारकों की लगभग 81 प्रतिशत की तक राशि घटी है। यानि इस 12 पैसे के लिए लगभग 15.50 लाख रुपये अधिक राशि की डिमांड एचएसवीपी कर रहा है।
2. इस प्रकार हिसार सेक्टर- 3 में प्लाट न.-154 के (200 गज) की राशि अपडेट के बाद मात्र 5.79 प्रतिशत घटी है। इस अलॉटी ने एक्सटेंशन फीस भरते समय 583 रुपये की बजाय 590 रुपये यानि सात रुपये ज्यादा भर दिए। इसी 7 रुपये ज्यादा अदा करने पर अलॉटी को अन्य प्लाटधारकों से लगभग 7.30 लाख रुपये ज्यादा इनहांसमेंट राशि भरनी पड़ रही है। इसी सेक्टर में राशि अपडेट के बाद 60.32 प्रतिशत घटी है। सेक्टरों में बड़ी संख्या में ऐसे मामले सामने आ रहें हैं।