हरियाणा के फतेहाबाद के रतिया में 2 उपभोक्ताओं ने काफी संख्या में लोगों को साथ लेकर एचडीएफसी बैंक के बाहर हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि उनके खाते से नकदी धोखाधड़ी से चेक द्वारा अन्य के खाते में ट्रांसफर कर दी गई और उन्हें भनक तक नहीं लगने दी। अब उन्हें पता चला तो उन्हें उनके पैसे वापस नहीं दिए जा रहे।
आरोप लगाने वालों में एक एनआरआई भी शामिल है। उसने पैसे वापस न मिलने पर सुसाइड की चेतावनी दे डाली। एक के खाते से 2 करोड़ और दूसरे के खाते से 70 लाख रुपए ट्रांजैक्शन होने की बात कही जा रही है। बैंक मैनेजर ने आरोपों को निराधार बताया है। मामले में पुलिस को भी शिकायत दी गई है।
रतिया के कुनाल निवासी लखविंद्र ने बताया कि वह 25 सालों से इटली में रह रहा है और खेती बाड़ी करता है। डेढ साल से रतिया के एचडीएफसी बैंक में उसका खाता है। अब वह यहां जमीन लेना चाहता था, इसलिए उसने खाते में 2 करोड़ रुपए डलवाए हुए थे।
उसने आरोप लगाया कि मैनेजर व स्टाफ ने मिलकर खुद ही चेक बुक अप्लाई की, अपने आप ही रिसीव की और फर्जी आधार पर उसके खाते से नकदी ट्रांसफर कर दी। आरोप है कि राशि स्टाफ के घरेलू खाते में भेजी गई है। एक दिन में 10 लाख से 30 लाख की तीन-तीन ट्रांजेक्शन की गई हैं। इस मामले में उसने चार दिन पहले पुलिस को शिकायत दे दी है।
वहीं रतिया के ही अमृतपाल ने बताया कि उन्होंने जमीन बेची थी, जिसकी राशि खाते में आई थी, इसकी 10 से 20 लाख रुपए की एफडी बनवा दी थी। अब उनके खाते से पैसे एक स्टाफ सदस्य के खाते में ट्रांसफर कर दिए गए हैं और राशि निकलने पर उनके पास कोई ओटीपी या मैसेज नहीं पहुंचा। उन्होंने मिलीभगत के आरोप लगाए।
वहीं मैनेजर ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि सारी ट्रांजेक्शन चेक के द्वारा हुई है और प्रोपर सब पर अमाउंट, डेट और साइन हैं। कुछ ट्रांजेक्शन को टेली वेरिफाइड होने की बात भी सामने आ चुकी है। फिर भी मामले की जांच बैंक स्तर पर करवाई जाएगी।
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