हरियाणा बिजली वितरण निगम अब ग्राहकों के बिजली कनेक्शनों को उनके आधार, बैंक, पैन नंबर व मोबाइल नंबर से लिंक करेगा। जिसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को विभिन्न स्कीमों से लाभांवित करना बताया गया है। हालांकि विभाग के पास फिलहाल बिजली उपभोक्ताओं का संबंधित रिकार्ड जुटाने के निर्देश आए हैं। जिसमें जेई, एएलएम की ड्यूटियां लगाई गई हैं। आगामी एक सप्ताह में बिजली उपभोक्ताओं का डेटा एकत्रित करके विभाग को देना होगा। जो उपभोक्ता इस अभियान में सहयोग नहीं करेगा वह निगम की योजनाओं का लाभ नहीं ले पाएगा।
बिजली वितरण निगम समय- समय पर अपने ग्राहकों को कई प्रकार की सुविधाओं का लाभ देता रहता है। जिसमें सरचार्ज माफ करना, बिजली बिल लेट होने के कारण ब्याज काफी, सब्सिडी या अंतिम बिल माफ की योजना शामिल हैं। इसके अलावा बिजली बिल ऑनलाइन जमा करवाने वाले उपभोक्ताओं को विशेष लाभ देने की घोषणा की थी। जबकि विभाग की ओर से केवाईसी के लिए पहले भी उपभोक्ताओं को जागरूक किया गया था। जिसमें ग्राहक अपने मोबाइल व आधार नंबर को अटैच करवाएं।
डिफाल्टर उपभोक्ता नहीं ले पाएंगे योजनाओं का लाभ
केवाईसी कराने के पीछे सरकार का उद्देश्य निगम के डिफाल्टर उपभोक्ताओं को सरकार की दूसरी योजनाओं से भी वंचित रखना है। उपभोक्ता के आधार नंबर के साथ-साथ उसका मोबाइल नंबर भी रजिस्टर किया जाएगा। उपभोक्ता की ओर से नियमित रूप से बिल भरने पर उसके पंजीकृत नंबर पर अलर्ट मैसेज आएगा।
बिजली निगम ने उपभोक्ताओं को सीधे तौर पर लाभ पहुंचाने को उनके मीटरों की केवाईसी कराने के आदेश दिए हैं। जिसमें आधार, पैन और मोबाइल नंबर व बैंक खाता जोड़ा जाएगा। इसके लिए लाइनमैन व एएलएम की फील्ड में ड्यूटियां लगाई हैं। आगामी एक सप्ताह में सभी ग्राहकों का संबंधित रिकार्ड जुटाना है। सुरेंद्र कुमार, एसडीईओ बिजली निगम
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