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मानव शरीर के बारे में बत्तीस रोचक तथ्य

मानव शरीर के बारे में बत्तीस रोचक तथ्य जो जानकर आपको अचम्भा होगा


1- मानव शरीर में जीव्हा सबसे शक्तिशाली मांसपेशी (Muscle) होती है.
2- हमारी आंतों में 3 ट्रिलियन (3 लाख करोड़) बैक्टिरिया होते हैं।
3- सांयकाल की तुलना में आप प्रात:काल अधिक लंबे होते हैं।
4- आपका पेट हर तीन दिन में एक परत बनाता है, खुद को पचाने से बचाने के लिए।
5- आधे घंटे में मानव शरीर इतनी गर्मी पैदा करता है कि उससे एक गैलन पानी गर्म हो जाएगा।
6- आंख अकेला ऐसा मल्टीफोकस लेंस है जो केवल दो मिली सकेंड में एडजस्ट हो जाता है।
7- जिस हाथ से आप लिखते हैं, उस हाथ के नाखून अधिक तेजी से बढ़ते हैं।
8- एक नवजात शिशु एक मिनट में 60 बार सांस लेता है। जबकि एक किशोर 20 बार और एक युवा 16 बार।
9- मनुष्य के जांघों की हड्डियां, कंक्रीट से भी ज्यादा मजबूत होती है।
10- खाए गए भोजन को पचने में लगभग 12 घंटे लगते हैं।
11- 18 साल के बाद आपका दिमाग बढ़ना बंद कर देता है।
12- मानव खाए बिना कई हफ्ते गुजार सकता है, लेकिन सोए बिना केवल 11 दिन।
13- आदमी के शरीर में 60,000 किमी लंबीरक्त वाहिकाएं हैं।
14- एक आदमी के पूरे जीवन के दौरान 22 किलोग्राम डेड स्किन निकलती है।
15- किस करने से अधिक, हाथ मिलाते हुए जीवाणुओं का आदान-प्रदान होता है।
16- आपका दिल दिन में लगभग 1,00,000 बार धड़कता है।
17- एक भ्रूण केवल तीन महीने के अंदर अपने फिंगरप्रिंट प्राप्त कर लेता है।
18- लड़कों में लड़कियों के मुकाबले मुंहासे होने की ज्यादा संभावनाएं होती हैं।
19- मनाव भ्रूण संगीत सुनने के दौरान ज्यादा प्रतिक्रिया करता है।
20- एक स्वस्थ दिमाग 20 वाट तक बिजली पैदा कर सकता है।
21- दांतों में पाया जाने वाला अनेमल, शरीर का सबसे शक्तिशाली पदार्थ है।
22- हमारे कान 50,000 हर्ट्स तक की फ्रीक्वेंसी सुन सकते हैं।
23- फिंगरप्रिंट की तरह हर इंसान की अपनी टंगप्रिंट होती है।
24- एक दिन में किडनी आपके खून के 300 लीटर फिल्टर करती है।
25- मस्तिष्क के पॉवर सर्कल्स का सम्बन्ध हाथ पैर की उँगलियों से भी होता है।
26- मानव शरीर में 30,00,000 करोड़ लाल रक्त कणिकाएं होती हैं।
27- त्वचा में कुल 72 किलोमीटर नर्व होती है।
28- इंसान एक साल में औसतन 62,05,000 बार पलकें झपकाता है।
29- जब आप शर्माते हैं तो आपके गालों के साथ आपके पेट की परतें भी सिकुड़ जाती हैं।
30- सबकी अपनी एक यूनिक गंध होती है।
31- मानव मस्तिष्क एक मिनट में हजार शब्द पढ़ सकता है।
32- मनुष्य अपने पूरे जीवनकाल में अपनी उंगुलियां 2.5 करोड़ बार मोड़ता व सीधी करता है।

कलौंजी के कुछ उत्तम गुण

कलौंजी एक कालजयी औषधि है, जानिये इसके कुछ उत्तम गुण



कलौंजी को एक बहुत विशेष गुण वाली औषधि माना गया है और आप लोग इसके बारे में बहुत कुछ सुनते और जानते रहते हैं । इस पोस्ट के माध्यम से हमारा प्रयास है कि हम कलौंजी के कुछ ऐसे गुणों से आपको परिचित करवायें जो अक्सर सभी को लाभ पहुँचाते है । आइये जानते हैं इन गुणों के बारे में इस पोस्ट के माध्यम से ।
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1. कलौंजी और जीरा को पीसकर लेप बनाकर मस्तक पर लगाने से सर्दी से होने वाले सिरदर्द मे लाभ होता है |
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2. गुर्दे और मूत्राशय की पथरी को गलाने के लिये कलौंजी को पीसकर शहद के साथ मिलाकर रोज दो बार पिया जाता है ।
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3. अनचाहे मस्सो को हटाने के लिये कलौंजी को सिरके मे मिलाकर लगाने से मस्से कट जाते है ।
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4. बवासीर के मस्सों को ठीक करने के लिये कलौंजी को जलाकर मस्सो के स्थान पर लगाने से मस्से ठीक हो जाते है ।
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5. 1 ग्राम चूर्ण कलौंजी के साथ शहद मे मिलाकर दिन मे कई बार चाटने से बुखार मे फायदा होता है ।
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6. जुकाम होने पर या नाक से पानी आने पर कलौंजी के चूर्ण मे जैतून का तेल मिलाकर नाक मे चार बूंद टपकाने से लाभ होता है ।
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7. सिर पर कलौंजी कै तेल की मालिश करने से स्मरण शक्ति मजबूत होती है ।
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कलौंजी के बारे में यह जानकारी आपको अच्छी और लाभकारी लगी हो तो कृपया लाईक और शेयर जरूर कीजियेगा ।

घुटने घिस गए है - बबूल और हरसिँगार का यह प्रयोग आजमा कर देख लें



घुटने घिस जाने के कारण बदलवाने की नौबत आ गयी है तो पहले एक बार बबूल और हरसिँगार का यह प्रयोग आजमा कर देख लें
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उम्र बढ़ने के साथ साथ घुटनों का घिस जाना बुजुर्ग लोगों के सबसे बड़ी पीड़ा की दशा बन जाती है और एक समय के बाद डॉक्टर बोल देते हैं कि घुटने बदलवा लो । इस अवस्था से आपके भी परिचय में कोई व्यक्ति हों तो उनको एक बार यह प्रयोग जरूर आजमाने के लिये बोलें, बहुत उम्मीद है कि बिना घुटने बदलवाये ही उनको काफी आराम आ जायेगा । जानिये इस प्रयोग के बारे में ।
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बबूल अथवा कीकर के पेड़ से आप सब भली भाँति परिचित होंगे ही । हमको बस इस बबूल के पेड़ की फलियॉ चाहियें । बबूल के पेड़ की फलियों को तोड़ कर उनको बीजों के साथ ही धूप में पूरी तरह सुखा लें और इमामदस्ते में दरदरा कूटकर, मिक्सी में चला कर उसका बारीक चूर्ण तैयार कर लें । आपकी पहली दवा तैयार है । इसको काँच की साफ और एयर टाईट शीशी में भरकर रख लो ।
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दूसरी चीज आपको चाहिये हरसिँगार के पेड़ के पत्ते । हरसिँगार के पेड़ के पत्तों का काढ़ा आपको रोज सेवन करने से पहले ताजा तैयार करना पड़ेगा । काढ़ा तैयार करना बहुत आसान है और इसकी विधी हम आपको बता रहे हैं । काढ़ा तैयार करने के लिये हर्सिँगार के दस पत्ते लेकर उनको 200 मिलीलीटर पानी के साथ साफ बरतन में उबलने के लिये रख दो । जब उबलते उबलते पानी 100 मिलीलीटर बाकि रहे तो उतार कर छान लों और पीने लायक ठण्डा करके पीना है ।
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सेवन विधी :-
बबूल की फलियों का चूर्ण 3 ग्राम औरहरसिँगार के पत्तों का काढ़ा 100 मिलीलीटर एक बार में पीना है और ऐसी दिन में दो खुराक पीनी हैं । एक बार सुबह को और एक बार शाम को । यह प्रयोग लगातार 60 दिन तक करने से घुटनों में वापिस जान आने लगती है ऐसा हमारी जानकारी में कुछ रोगियों का अनुभव है । यदि इस प्रयोग के साथ रोज एक बार गाय के दूध से बने देशी घी से घुटनों की हल्की हल्की मालिश की जाये तो और भी उत्तम परिणाम मिलने की सम्भावना होती है ।
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इस पोस्ट के माध्यम से दी गयी जानकारी हमारी समझ में पूरी तरह से हानिरहित हैं, फिर भी आपके आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श से ही इन प्रयोगों को करने की हम आपको सलाह देते हैं ।
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इस पोस्ट के माध्यम से दी गयी यह जानकारी आपको अच्छी और लाभकारी लगी हो तो कृपया लाईक और शेयर जरूर करें । आपके एक शेयर से किसी जरूरतमंद तक सही जानकारी पहुँच सकती है और हमें भी आपके लिये और बेहतर लेख लिखने की प्रेरणा मिलती है ।

हुक्के से धुम्रपान करा कर मरीजों का इलाज


यह तो हम सब जानते है कि धूम्रपान करना सेहत के लिए हानिकारक होता है। और हर जगह बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा होता है कि धुम्रपान सेहत के लिए हानिकारक है। लेकिन जो व्यक्ति पहले से बीमार हों उनके लिए तो यह किसी जहर से कम नहीं होता हैं। लेकिन एक ऐसी जगह है जहां पर मरीजों को दवाइयों के रूप में हुक्का पीने के लिए दिया जाता है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक ऐसा अस्पताल है, जहां डॉक्टर खुद मरीजों को पीने के लिए हुक्का देते हैं। इस अस्पताल के डॉक्टरों का मानना है कि उनके खास हुक्के को पीने से न सिर्फ दमे के मरीज बल्कि सायनस, सर्दी सहित सभी श्वांस के रोगों से मुक्ति मिल जाती है। लगातार हुक्के का काश लगा रहे ये लोग कोई अपने शोक के लिए किसी हुक्के बार में नहीं बैठे हैं, बल्कि ये सभी अपनी अपनी अलग अलग बीमारियों से पीड़ित होकर उज्जैन के आर्युवेदिक कालेज में अपना इलाज करवा रहे हैं।

दरअसल देश भर में हुक्के को भले ही गलत नजरों से देखा जाता है लेकिन उज्जैन के आयुर्वेदिक अस्पताल में अनोखे तरीके से मरीजों का इलाज किया जाता है। दरअसल संभवतः देश में पहली बार उज्जैन के शासकीय धन्वतरी आर्युवेदिक अस्पताल में हुक्के से धुम्रपान करा कर मरीजों का इलाज किया जा रहा है।

वही , अस्पताल का मानना है कि हुक्का पीने से कई लाइलाज बीमारियां ठीक हो जाती हैं। आपको बता दे कि यहां पर तंबाकू वाला हुक्का नहीं दिया जाता बल्कि इसमें तंबाकू की जगह पर जड़ी बूटियों का इस्तेमाल होता है।

बताया जाता है कि इन जड़ी बूटियों का धुआं सीधे शरीर के अंदर जाता है और मरीज को फायदा होता है।

इस अस्पताल के डॉक्टर निरंजन सर्राफ बताते हैं कि उनके पास देश के अलग-अलग हिस्सों से इलाज करवाने के लिए मरीज आते हैं और उनको इलाज से लाभ भी मिलता है। निरंजन ने दावा किया कि उनके अस्पताल का हुक्के पीने से दमा, जुखाम के अलावा फेफड़ों से जुड़ी हुई कई लाइलाज बीमारियां ठीक हो जाती हैं।