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शत्रु वशीकरण मंत्र

शत्रु वशीकरण मंत्र टोटके प्रयोग

यदि कोई शत्रु से परेशान है तो शत्रु वशीकरण मंत्र टोटके प्रयोग उपाय को प्राप्त कर शत्रु बाधा से छुटकारा पाना चाहते है तो शत्रु वशीकरण मंत्र तंत्र का प्रयोग कर इसका समाधान प्राप्त किया जा सकता है | वशीकरण एक अनोखी और अचूक असर वाली विद्या है। इससे कई कार्य भलीभांति संपन्न किए जा सकते हैं। कार्यक्षेत्र की बाधाएं दूर की जा सकती हैं। मनोवांछित परिणाम के लिए लक्ष्य की प्राप्ति को संभव बनाया जा सकता है। क्योंकि इसके प्रयोग से न केवल आपके भीतर आत्मविश्वास मजबूत होगा, बल्कि व्यक्तित्व में गजब का निखार आ जाएगा।

शत्रु वशीकरण मंत्र टोटके प्रयोग
किसी का सामना करना हो, किसी के समक्ष अपनी बात रखनी हो, किसी को अपनी बात मनवानी हो, या सामने वाले को कमजोर बनाना हो, तो इसमें वशीकरण के विविध उपायों को अपनाया जा सकता है। खासकर तब जब आप शत्रुओं से तंग आ चुके हों। वशीकरण के उपायों से ही नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों के रूख को विपरीत दिशा में ले जाया जा सकता है। बड़ा से बड़ा, या कहें खरतनाक दुश्मन तक का विनाश किया जा सकता है। वशीकरण करने के कई तरीके बताए गए हैं, जिनमें कुछ मंत्रों के जाप के प्रयोग हैं, तो  कुछ के लिए धार्मिक या तांत्रिक अनुष्ठा के द्वारा सिद्धि-साधना तक की जाती है। वैसे शत्रु को टोने-टोटके से भी वशीभूत किया जा सकता है।
शत्रुनाशक मंत्र
नीचे दिए गए मंत्र का प्रतिदिन सूर्योदय से पहले जाप करने से शत्रु का नाश होता है या फिर शत्रुता मित्रता में बदल जाती है। यह मंत्र बार-बार परेशान करने वाले शत्रुओं को वश में करने का अच्छा और अचूक उपाय है।
मंत्रः नृसिंहाय विद्यहेवज्र नखाय धी मही तन्नो नृसहिं प्रचोदयात!!
षड्यंत्रकारी शत्रु द्वारा रचे जाने वाले छल-प्रपंच का बचाव करने के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय मां काली की पूजा-आराधना और साधना से भी हासिल किया जा सकाता है। इससे दुश्मन को अपने वश में  कर उसके नकारात्मक प्रभाव को हमेशा के लिए दूर किया जा सकता है। इस उपाय के अनुसार रविवार की अमावस्या की रात में के एक काले कपड़े पर महाकाली की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें। उसी पर पूजा के सामान को रखें और दक्षिण दिशा की ओर मुख कर पूजन आरंभ करें।  यानि कि महाकाली की तस्वीर उत्तर दिशा की ओर होनी चाहिए।
सामान्य पूजा के बाद एक नींबू पर सिंदूर से शत्रु का नाम लिख दें। बची सिंदूर को सरसों या तिल के तेल में मिला दें और शत्रु व शत्रुता नाश का संकल्प लें। इसी के साथ काला हकिक या रुद्राक्ष या फिर मूंगे की माला से निम्न मंत्र का 11 माल जाप करें। हर माला जाप के बाद महाकाली के पास रखे निंबू पर उड़द के दाल चढ़ाएं और मन में यह भाव लाएं कि महाकाली द्वारा आपके शत्रु का विनाश हो रहा है। इस जाप का मंत्र हैः- क्रीं क्रीं शत्रु नाशिनी क्रीं क्रीं फट!!
जाप पूरे होने के बाद एक मिट्टी की छोटी मटकी में नींबू को डाल दें। महाकाली की तस्वीर को हटाकर काले कपड़े से लोटे या मटकी का मुंह बांधकर मटकी को महाकाली मानते हुए एकबार फिर शत्रु नष्ट करने के लिए प्रार्थन करें। इस तरह से संपन्न होने वाले अनुष्ठान के बाद मटकी को किसी निर्जन स्थान पर जमीन में गाड़ दें। उसके बाद आप पाएंगे कि चंद समय बाद ही आपके शत्रु का आपके प्रति व्यवहार में परिवर्तन आ गया है।
भैरव अष्टमी से शत्रु नाशः शत्रु की बढ़ी हुई परेशान करने वाली हरकतों को भैरव अष्टमी से खत्म किया जा सकता हैं। भौरव मंदिर में इसे शत्रु मुक्ति के लिए किया जाता है। इसके लिए शत्रु का नाम एक छोटे से एक सफेद कागज पर भैरव मंत्र का जाप करते हुए लिखें। उसे एक शहद की शीशी में डुबोने के बाद ढक्कन बंद कर भैरव मंदिर या शनि मंदिर में गाड़ देने से न केवल शत्रु की उछल-कूद बंद हो जाती है, बल्कि उसे भी भारी क्षति होती है। इसके लिए उपयोग में आया मंत्र हैः-
ओम क्षौं क्षौं भैरवाय स्वाहा!
इस उपाय को भैरव अष्टमी के अतिरिक्त कृष्ण पक्ष द्वितीया को पड़ने वाले गुरुवार या शनिवार को किया जा सकता है।
भैरो मंत्र के उपायः शत्रु का नाश करना हो या फिर अपनी सुरक्षा पुख्ता करनी हो, उसके लिए श्री वीर भैरो मंत्र बहुत उपयोगी साबित हो सकते हैं। यहां शत्रु नाश से मतलब किसी की शत्रुता के खात्मे से है। इसके लिए मंगलवार या शनिवार को किए जाने वाले उपाय के तहत सवा किलोग्राम बूंदी के लड्डु, नारियल, अगरबत्ती और लाल फूल की माल से श्रीवीर अर्थात हनुमान की पूजा करें। उसके बाद नीचे दिए गए मंत्र का सात बार जाप का पूजा करें। इस सात मंगलवार या शनिवार को करने से लाभ मिलता है।
शत्रु वशीकरण मंत्रः हमें जो सतावेसुख न पावे सातो जनम,
ठतनी अर्ज सुन लीजेवीर भैराआज तुम।
जितने हाए शत्रु मेरेऔर जो सताए मुझे।
वाही का रक्त-पानस्वान कराओ।
मार मार खण्डन से कांत डारो माथ उनके।
कालका भवानीसिंह डारे माथ उनके।
कालका भवानीसिंह-वाहिनी की छोड़।
मैंने करी आस तेरीअब करो काज इतनो तुम। 
शत्रु वशीकरण टोटके आसान उपाय
  • कई बार शुत्रु अनावश्क तरीके से परेशान करता है। या कहें कि जानबूझ कर नीचा दिखाने और कमजोर बनाने के लिए किसी के द्वारा तंग किए जाने की स्थिति में सूर्योदय से पहले एक नींबू को चार भागों में काट लें। उसे अपने हाथ में लेकर ईष्ट देव को आराधना करते हुए गायत्री मंत्र का 11 बार जाप करें और शत्रु से मुक्ति के साथ-साथ दिनभर के सारे कार्य बाधारहित पूर्ण होने की मनोकामना करें। प्रत्येक भाग को एक-एक कर चारो दिशाओं में किसी चैराहे या खुले मैदान में फेंक दें और शांत भाव से  वापस घर आकर रोजमर्रे कामकाज में जुट जाएं।
  • शुक्ल पक्ष के किसी भी बुधवार को गोमती चक्र अपने सिर के चारो ओर घुमाकर फेंक देने से शुत्रु द्वारा किया गया नुकसान पहुंचाने वाला जादू-टोना या तंत्रिक प्रयोग खत्म हो जाता है।
  • सफलता से ईष्र्या करने वाले शत्रु के द्वारा किए गए तांत्रिक प्रभाव को खत्म करने के लिए शनिवार के दिन एक किलो काले उड़द को एक किलो कोयले या चारकोल के साथ मिलाकर एक मीटर काले कपड़े में बंधकर अपने सिर के ऊपर से हनुमान का ध्यान कर  21 बार घुमाएं। उसके बाद उसे नदी के बहते पानी में विसर्जित कर दें। ऐसा सात शनिवार करने से दुश्मन का दुष्प्रभाव हमेशा के लिए खत्म हो जाता है।
  • हाथ से निर्मित कागज के टुकड़े पर लाल चंदन से शत्रु का नाम लिखकर उसे शहद में तब तक डूबोए रखें, जबतक आपको ऐहसास नहीं हो जाए कि शत्रु द्वारा की जाने वाली अनावश्यक तरह से परेशानी खत्म हो गई है। इस प्रयोग से शत्रु को अपने वश में किया जा सकता है और उसे अपना पक्षधर बनाया जा सकता है।
  • शत्रु यदि कोई स्त्री है तो उसे वशीभूत कर उसकी शुत्रुता को खत्म करने के लिए छोटी इलायची, लाल चंदन, सिंदूर, कंगनी, ककड़सिंगी आदि से धूप या हवन-समाग्री बनाएं। इससे उस शत्रु जैसा वर्ताव करने वाली स्त्री के नाम से प्रतिदिन धूप जलाने से चंद दिनों में ही अच्छे परिणाम आ जाता है।
  • यदि आप चाहते हैं कि जो व्यक्ति आपसे शत्रुता का व्यावहार करता है उसके स्वाभाव में परिवर्तन आ जाए और आपसे मित्रवत अचरण बना ले तो इसके लिए बैजयंति माला धारण करना चाहिए। इस माला में किसी को भी सम्मोहित करने की अद्भुत क्षमता होती है। भगवान श्रीकृष्ण हमेश यही माल पहना करते थे।
यदि कोई शत्रु से परेशान है तो शत्रु वशीकरण मंत्र टोटके प्रयोग उपाय/मारण मंत्र/विनाशक मंत्र/शमन मंत्र द्वारा इसका समाधान प्राप्त किया जा सकता है | यदि कोई भी प्रकार का मंत्र प्राप्त करना चाहते है और इसका प्रयोग कर शत्रु को अपने वश में करना चाहते है तो संपर्क करे और शत्रु बाधा से मुक्ति पाए |

साल 2021 में किसकी चमकेगी किस्मत ? पढ़ें साल 2021 का वार्षिक राशिफल - Horoscope 2021 in Hindi

सिंह राशि - Leo Horoscope 2021

 Leo (July 23-August 22)
Leo Horoscope 2021: सिंह राशि के जातकों के लिए आर्थिक दृष्टि से ये साल ठीक-ठाक रहने वाला है। इस साल आप अपनी आमदनी और अपने परिवार के सहयोग से धन अर्जित कर पाने में सफलता हासिल करेंगे। छोटी-छोटी सफलताओं के साथ आप बड़ी सफलता की ओर भी कदम बढ़ाएंगे। अगर इस साल आप कोई बड़ा निवेश करने की सोच रहे हैं तो यहाँ आपको बहुत सोच-समझकर कदम उठाने की ज़रूरत है पढ़ाई में किसी भी तरह का शार्ट-कट ना लें अन्यथा नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे में केवल मेहनत करें तभी आपको उसका फल मिलेगा। इस साल सिंह जातकों की कुंडली में शनि और बृहस्पति देव छठे भाव में रहेंगे। ऐसे में ये स्थिति कई लोगों को मिले-जुले परिणाम दे सकती है। वैवाहिक जीवन और संतान के हिसाब से देखें तो सिंह राशि के जातकों का ये साल शुरुआती दिनों में तनावपूर्ण रहने वाला है।विदेश जाने की इच्छा रखने वाले छात्रों को इस वर्ष बहुत प्रयास करने के बाद ही सफलता मिलने की संभावना बनेंगी। आइए ज्योतिष शास्त्र से जानते हैं कि सिंह राशि वालों के लिए आने वाला वर्ष कैरियर, आर्थिक स्थिति, परिवार, प्रेम-रोमांस, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिहाज से कैसा होगा।


कैरियर:

कैरियर के लिहाज से यह वर्ष आपके लिए अत्यधिक शुभ साबित होगा। राहु इस दौरान आप की राशि से दशम भाव में स्थित होगा जिसके चलते आपके करियर में अचानक प्रगति देखने को मिलेगी। कर्म भाव में राहु की मौजूदगी इस वर्ष आपके लिए ढेरों चुनौतियाँ लेकर आने वाले हैं। इसके अलावा इस वर्ष आप एक से अधिक स्रोतों से कमाई करने में भी कामयाब रहेंगे। इस साल मंगल आपके नौवें घर में स्थित है जिसके परिणाम-स्वरूप भाग्य आपके पक्ष में रहने वाला है और कार्यक्षेत्र में आप ढेरों तरक्की हासिल करने में कामयाब रहेंगे, साथ ही कार्यक्षेत्र पर आपके संबंधों में भी सुधार देखने को मिलेगा। मंगल की ग्यारहवें घर में मौजूदगी के कारण आपको अप्रैल और मई के महीनों के दौरान चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। लाख चुनौतियों और परेशानियों के बावजूद सिंह राशि के जातक अपनी कड़ी मेहनत के दम पर अपने करियर में नयी बुलंदियों को हासिल करेंगे, साथ ही वरिष्ठों के उचित मार्गदर्शन और समर्थन से आप अपने करियर में अच्छा प्रदर्शन भी करने में कामयाब रहेंगे।


आर्थिक स्थिति:

इस वर्ष सिंह राशि के जातकों को मिश्रित परिणाम हासिल होंगे। इस वर्ष ग्रहों की स्थितियाँ कुछ ऐसे रहने वाली है कि, बुध सूर्य के साथ बृहस्पति के घर में बैठा है जो इस बात को इंगित करता है कि यह साल आपके लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकता है। जहां आपको पैसे कमाने के नए अवसर प्राप्त होंगे। अप्रैल का महीना आपके लिए सबसे ज्यादा अनुकूल होगा, क्योंकि इस दौरान आपको कई स्रोतों से आए प्राप्त होगी साथ ही इस दौरान आपकी आय में वृद्धि होने की भी संभावना बेहद अधिक है। पंचम भाव में सूर्य और बुध की युति बुधादित्य योग का निर्माण कर रही है। ऐसे में यह साल कागज़, कपड़े, और भोजन आदि से जुड़े लोगों के लिए बेहद लाभदायक साबित होगा। मई के महीने के बाद आपके ख़र्चों में वृद्धि होने लगेगी। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि, जितना संभव हो सके एक साधारण जीवन शैली को अपनाए तो आपके लिए बेहतर साबित होगा।


परिवार:

यह साल सिंह राशि के जातकों के लिए पारिवारिक लिहाज से बेहद ही अनुकूल रहने वाला है। इस साल आप अपने पारिवारिक जीवन का खुल के आनंद लेंगे और आपको किसी बड़ी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। चौथे भाव में शुक्र और पांचवें भाव में सूर्य की स्थिति इस बात को इंगित करती है कि, इस दौरान आपके घर का पारिवारिक वातावरण बहुत अच्छा रहने वाला है। आप अपने पेशेवर जीवन में अत्यधिक व्यस्त होने के बावजूद अपने परिवार के प्रति अपनी सभी जिम्मेदारियों को बेहद ही कुशलता से निभाने में कामयाब रहेंगे। इस दौरान आपको अपने जीवन साथी का पूरा सहयोग प्राप्त होगा।आपकी माता जी का इस वर्ष विशेष ख्याल रखें। आपके वैवाहिक जीवन का स्वामी शनि सप्तम भाव में बृहस्पति के साथ युति में स्थित है, जो दर्शाता है कि, इस दौरान आपको अपने वैवाहिक जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। इस साल में अप्रैल से लेकर सितंबर तक का महीना आपके लिए थोड़ा अनुकूल साबित होगा। इस दौरान आपके वैवाहिक रिश्ते में मधुरता आएगी, और ऐसा आप दोनों की आपसी समझ और ग़लतफ़हमी को अपने रिश्ते से दूर रखने की वजह से मुमकिन हो पायेगा, जिसका प्रभाव सीधे तौर पर आपके बच्चों के जीवन पर दिखाई देगा।


प्रेम-रोमांस:

इस वर्ष आपको अपने प्यार के मामलों में वांछित परिणाम हासिल करने के लिए अत्यधिक मेहनत और प्रयास डालने की जरूरत है और तभी आप अपने प्यार में मन-चाहा परिणाम हासिल कर सकेंगे। सिंह राशि के जातकों के लिए प्रेम और रोमांस का स्वामी बृहस्पति उनके छठे भाव में है और वहीं सूर्य आपके पांचवें भाव में है, जो इस बात को इंगित करता है कि आपके रिश्ते में इस दौरान किसी बड़े-बुजुर्ग के हस्तक्षेप की वजह से समस्याएं आ सकती हैं। इस अपने प्रेम जीवन या विवाहित जीवन में कुछ बदलाव की उम्मीद करेंगे। इस दौरान ऐसा भी मुमकिन है कि आप अपने मौजूदा पार्टनर या जीवनसाथी के प्रति थोड़ा उखड़ा-उखड़ा और कम प्रतिबद्ध महसूस करें और आप अपने लिए प्रेम के लिहाज से बेहतर विकल्प ढूंढने के लिए अपने रिश्ते से बाहर भटक सकते हैं। आप अपने रिश्ते में कुछ नए क्षेत्रों और विकास की संभावनाएं तलाश सकते हैं। यह समय अपने प्रियजनों के साथ बातचीत करने और आप दोनों के बीच की आपसी समझ को बढ़ाने के लिए बेहद शुभ साबित होगा। इसके अलावा बृहस्पति का गोचर आपके जीवन के काम को काफी हद तक प्रभावित करेगा। बृहस्पति का यह परिवर्तन आपकी मजबूत प्रवृत्ति और भावनाओं द्वारा शासित रहने वाला है।


शिक्षा:

शिक्षा के लिहाज़ से इस वर्ष सिंह जातकों को मिश्रित परिणाम हासिल होंगे। शिक्षा का शासक मकर राशि के छठे भाव में स्थित है, इसलिए आपको सफलता तो मिलेगी लेकिन बेहद अधिक परिश्रम और प्रयास करने के बाद ही। इसके अलावा इस राशि के जो छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी या फिर उच्च शिक्षा प्राप्त करने का विचार बना रहे हैं उनके लिए अप्रैल से सितंबर का महीना कुछ चुनौती-पूर्ण साबित हो सकता है, इसलिए आपको पहले से ही सलाह दी जाती है कि आप अत्यधिक सावधान रहें और कड़ी मेहनत पर ध्यान केंद्रित करें, क्योंकि इस वर्ष शिक्षा के लिए आपको जो भी हासिल होगा वह आपकी कड़ी मेहनत पर ही हासिल किया जा सकता है। कृपया करके भाग्य के भरोसे कुछ भी ना छोड़े। अप्रैल का महीना छात्रों के लिए काफी शुभ साबित होगा। हालांकि इसके बाद मई जून-जुलाई और अगस्त के महीने आपके लिए कुछ चुनौती-पूर्ण साबित हो सकते हैं।


स्वास्थ्य:

इस वर्ष सिंह राशि के जातकों के लिए स्वास्थ्य के लिहाज़ से समय अनुकूल रहने वाला है। इस वर्ष-भर आप ऊर्जा-वान महसूस करेंगे और जैसे-जैसे समय आगे बढ़ेगा आप अपनी जीवन शक्ति में इज़ाफा महसूस करेंगे। सलाह दी जाती है कि आप संतुलित आहार का सेवन करें, खुद को शारीरिक तौर पर थकान देने से बचें और धूम्रपान और शराब आदि के सेवन से दूरी बनाकर रखें। इस वर्ष पंचम भाव में स्वास्थ्य के स्वामी बुधादित्य योग बना रहे हैं इसलिए सिंह राशि वालों के लिए वर्ष 2021 स्वास्थ्य के लिहाज़ से बेहद ही अच्छा रहने वाला है। इस वर्ष के कुछ महीने जैसे जनवरी, फरवरी और मार्च के महीनों में आपको छोटी-मोटी समस्याएं, जैसे गले में खराश या बुखार इत्यादि हो सकती है लेकिन साल के बाकी महीने सेहत के लिहाज से बेहद ही अच्छे रहेंगे। आपके छठे घर में शनि और बृहस्पति की मौजूदगी उन लोगों के लिए चिंताजनक साबित हो सकती है जिन्हें पहले से ही कोई एलर्जी, उच्च रक्तचाप या जोड़ों में दर्द की समस्या है। इस दौरान आपकी ऊर्जा शक्ति में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।


ज्योतिष उपाय:

प्रतिदिन चावल, रोली या गुड़ और लाल फूल डालकर सूर्य देवता को जल अर्पित करें। लड्डू गोपाल की पूजा-पाठ करें। माता-पिता की सेवा और उनका सम्मान करें। शनिवार के दिन सरसों के तेल में खुद की प्रतिमा को देखकर छाया दान करें।


डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '

कर्क राशि - Cancer Horoscope 2021

Cancer (March 21-April 19)
Cancer Horoscope 2021: कर्क राशि के जातकों के लिए ये साल करियर की दृष्टि से अच्छे परिणामो को लेकर आएगा। क्योंकि जहाँ साल की शुरुआत में मंगल ग्रह कर्क राशि के नौकरीपेशा जातकों को अपने कार्यस्थल पर तरक्की दिलाएंगे। वहीं, दूसरी तरफ व्यापार करने वाले जातकों को शनि और बृहस्पति की सप्तम भाव में उपस्थिति अनुकूल परिणाम दिलाएगी। आर्थिक जीवन की बात करें तो साल की शुरुआत बेहतर साबित होगी, मार्च से मई के दौरान स्थितियाँ काफी बदल जाएँगी, इस समय आपको अधिक आर्थिक लाभ होने की संभावनाएं हैं। खेल जगत व सिनेमा से जुड़े जातकों को इस साल विदेश की यात्राओं और विदेश में आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में भाग लेने पर अच्छी सफलताएं मिल सकती हैं। दाम्पत्य जीवन में साथी के साथ किसी बात को लेकर के झगड़ा हो सकता है। इस दौरान आपका जीवन साथी धर्म-कर्म के कार्य में अधिक वक्त बिताता नज़र आएगा। वहीं यदि आप किसी से प्रेम करते हैं तो, आपके लिए यह वर्ष बेहद अच्छा रहने वाला है। आइए ज्योतिष शास्त्र से जानते हैं कि कर्क राशि वालों के लिए आने वाला वर्ष कैरियर, आर्थिक स्थिति, परिवार, प्रेम-रोमांस, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिहाज से कैसा होगा।


कैरियर:

इस वर्ष कर्म के स्वामी मंगल आपके दसवें घर में स्थित रहेंगे। जिसके परिणामस्वरूप इस वर्ष आपको पदोन्नति मिलने की प्रबल संभावना है, जिससे आपके कार्यस्थल में प्रगति के काफी आसार हैं। इसके अलावा इस समय के दौरान नौकरी की तलाश कर रहे लोग भी सफलता प्राप्त करेंगे, लेकिन इस वर्ष सबसे ज्यादा फायदा उन लोगों को होगा जो सरकारी नौकरियों में हैं। इस पूरे साल भर शनि आपकी राशि से सप्तम भाव में रहेगा, जो आपके करियर के लिए फ़ायदेमंद साबित होने वाला है। कर्क राशि के जातकों के लिए इस साल के शुभ महीने जनवरी, फरवरी, मार्च और अप्रैल के होने वाले हैं। इस साल रसायन, शिक्षा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र से जुड़े व्यवसाय करने वाले जातकों को उनके काम में सफलता हासिल होगी। हालांकि अप्रैल से सितंबर तक के महीने के दौरान आपको बेहद ही सतर्क रहने की आवश्यकता है, क्योंकि इस अवधि के दौरान आपके भाग्य में गिरावट आ सकती है।


आर्थिक स्थिति:

आर्थिक पक्ष के लिहाज से कर्क राशि के जातकों के लिए यह साल अच्छा साबित होने वाला है क्योंकि आय और पारिवारिक जीवन के स्वामी सूर्य छठे भाव में बुध के साथ युति में मौजूद हैं, जो दर्शाता है कि आर्थिक लिहाज से आपके लिए यह समय बेहद ही शुभ रहने वाला है। आपको इस वर्ष काफी मुनाफ़ा हासिल होगा। इसके अलावा आपके व्यवसाय में वृद्धि और विकास होने के भी प्रबल संभावना है। जैसा कि छठा घर दुश्मनों का भी घर कहा जाता है, इसलिए इस वर्ष आपके दुश्मन आपके हर काम में अड़चन पैदा करने की कोशिश करेंगे, लेकिन आपको अपने दुश्मनों पर जीत हासिल होगी। पंचम भाव में शुक्र और ग्यारहवें घर में राहु की स्थिति इस बात की तरफ संकेत दे रही है कि, इस साल आपको ढेरों मुनाफ़ा या लाभ हासिल होगा। आपको इस दौरान उन क्षेत्रों में भी सफलता मिलेगी जिसका आप लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। इसके अलावा अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते हैं तो उसके लिए भी समय शुभ साबित होगा। हालांकि जनवरी से अप्रैल तक का समय आपके लिए भाग्य के लिहाज से थोड़ा कम अनुकूल साबित हो सकता है। अपनी आर्थिक स्थिति का उचित ध्यान रखें।


परिवार:

इस साल की शुरुआत कुछ खास अच्छी नहीं रहने वाली है। इसके साथ ही मकर राशि में सप्तम भाव में मौजूद शनि आपके चौथे घर को दृष्टि दे रहा होगा, जिसके कारण आपके पारिवारिक जीवन में सुख की कमी महसूस की जा सकती है। इसके अलावा इस दौरान आपको अपने परिवार से समर्थन या सहयोग भी प्राप्त करना थोड़ा मुश्किल होगा, जिससे आपके व्यक्तिगत जीवन में तनाव पैदा होने की प्रबल आशंका है। 06 अप्रैल को कुंभ राशि में बृहस्पति का गोचर पारिवारिक दृष्टिकोण से आपके लिए अनुकूल साबित होगा। इस दौरान आपके भाई खुश रहेंगे और सफलता हासिल करेंगे। आपके परिवार का माहौल खुशहाल और सुखद होगा। इसके अलावा इस दौरान आपके परिवार में कुछ नए सदस्यों के शामिल होने की भी प्रबल संभावना है। इस वर्ष आपको अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे, क्योंकि इस साल शनि और बृहस्पति आपके सप्तम भाव में मौजूद रहेंगे। जिसके परिणामस्वरूप आपको वैवाहिक जीवन में ठीक-ठाक परिणाम मिलेगा। साथ ही दंपतियों के बीच कुछ ग़लतफ़हमी पैदा हो सकती है, साथ ही वे इस वर्ष के दौरान भावनात्मक रूप से कमजोर रहने वाले हैं। हालाँकि आपको सलाह दी जाती है कि यदि आप अपने बच्चों के व्यवहार में कोई परिवर्तन नज़र भी आता है तो उनके साथ ज्यादा सख्त ना हों। आपका सकारात्मक दृष्टिकोण उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा और साथ ही उनको हर काम को बेहतर तरीके से करने में सक्षम बनाने में मदद करेगा।


प्रेम-रोमांस:

आपकी राशि में प्रेम और संबंध के घर के स्वामी मंगल का शुक्र और केतु पांचवें घर में दृष्टि दे रहा है, जो आपके प्रेम जीवन में बाधा लाने का कारण बन सकता है। जिसके परिणाम स्वरूप प्रेमी जातकों के बीच के संबंध थोड़े तनावपूर्ण हो सकते हैं। साथ ही आप दोनों के बीच कुछ ग़लतफहमी भी पैदा हो सकती है। हालांकि वहीं दूसरी तरफ़ यह समय उन लोगों के लिए अच्छा होने वाला है जो अपने लिए पार्टनर की तलाश कर रहे हैं। मार्च के मध्य से प्रेमी जातकों के जीवन में कुछ समस्याएं खड़ी हो सकते हैं, लेकिन इसके बाद मार्च के मध्य से लेकर अप्रैल तक का समय आपके प्रेम जीवन के अनुकूल रहेगा। इस अवधि के दौरान आप अपने पार्टनर के ज्यादा करीब आएँगे और उनके साथ सब कुछ साझा करने में ज्यादा सक्षम महसूस करेंगे। इस समय के दौरान प्रेम में पड़े जातक थोड़ा तनाव में वृद्धि महसूस कर सकते हैं, इसीलिए आपको सलाह दी जाती है कि समय-समय पर अपने साथी के साथ अपने बीच खड़े हुए किसी भी विवाद और ग़लतफहमी को हल करते रहें।


शिक्षा:

इस वर्ष आपको आपके परिश्रम और कर्म के आधार पर परिणाम हासिल होंगे, क्योंकि मंगल आप के दसवें घर में स्थित है और शुक्र और केतु युति में साल की शुरुआत में आपके पांचवें घर में मौजूद रहने वाले हैं। जो इस बात की तरफ इशारा करता है कि, इस दौरान आपको अपनी पढ़ाई में बहुत कठिन परिश्रम करने की आवश्यकता होगी, क्योंकि केतु की स्थिति के चलते आपका मन विचलित रहेगा और आप अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाएंगे। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए इस साल जनवरी और अगस्त के महीने सबसे ज्यादा अनुकूल रहने वाले हैं। इस दौरान आपको अपनी कड़ी मेहनत के अनुसार परिणाम प्राप्त होगा। उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों को सितंबर से नवंबर के बीच की अवधि की तुलना में अप्रैल के महीने में शुभ परिणाम हासिल होंगे। ऐसे में यदि आप वांछित परिणाम हासिल करना चाहते हैं तो, इस वर्ष अपनी कड़ी मेहनत और लगन के साथ पढ़ाई करें जिससे आपको मनवांछित फल अवश्य ही प्राप्त होंगे।


स्वास्थ्य:

इस साल आपको मिश्रित परिणाम हासिल होंगे। चूंकि शनि सातवें और आठवें घर का स्वामी इस वर्ष आपकी राशि से सातवें घर में होगा और आप के नौवें और चौथे घर को दृष्टि दे रहा होगा। ग्रहों की यह स्थिति आपके जीवन में स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों की वजह बन सकती हैं, इसलिए आपको विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य ग्रह का स्वामी चंद्रमा कर्क राशि में स्थित है जो कि कर्क राशि के उन जातकों के लिए काफी अच्छा साबित होगा जो किसी बीमारी से जूझ रहे हैं क्योंकि लंबे समय से किसी बीमारी से पीड़ित ऐसे जातकों की परेशानियों का अंत होगा। स्वास्थ्य के लिहाज से यह समय आपके लिए अनुकूल साबित होगा। आपके विचारों में सकारात्मकता की भावना पैदा होगी। आपके लग्न भाव पर बृहस्पति और शनि का संयुक्त पहलू होगा जिसके परिणाम स्वरूप आप एक उचित और स्वस्थ आहार अपने जीवन में शामिल करेंगे और किसी विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में ध्यान और योग सीख सकते हैं। स्वास्थ्य संबंधी परेशानी से बचने के लिए स्वस्थ और शाकाहारी भोजन करने की कोशिश करें।


ज्योतिष उपाय:

रोज सुबह सूर्य को जल अर्पित करें। इस जल में थोड़ा सा गुड़ मिला लें। भगवान शिव को अक्षत अर्पित करें और शिवलिंग का अभिषेक करें।


डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '