हरियाणा में पिछले एक सप्ताह से गर्मी व उमस से बेहाल है। आगामी दो दिनों में गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। दो दिनों में मौसम परिवर्तनशील रहेगा तो गरज के साथ बूंदाबांदी व कहीं-कहीं तेज बारिश भी होने की संभावना है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक शुक्रवार को दोनों राज्यों में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। राजधानी चंडीगढ़ का अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जोकि सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक था। हरियाणा के हिसार में अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस रहा। नारनौल का 40.0 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि अंबाला में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से 3 डिग्री और करनाल का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
हरियाणा में एक सप्ताह पहले दक्षिण-पश्चिमी मानसून दस्तक दे चुका है, लेकिन पिछले चार-पांच दिनों से बारिश नहीं हुई है, जिससे मौसम उमस भरा हो गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले दो दिनों में दोनों राज्यों में कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण पश्चिमी मॉनसूनी हवाओं का टर्फ हिमालय की तलहटियों व उत्तर पूर्व व पूर्वोत्तर भागों की तरफ चले जाने से उत्तरी भारत में विशेषकर हरियाणा राज्य में मानसूनी हवा कमजोर हो जाने से राज्य में मौसम गर्म और तापमान सामान्य से अधिक हो गया। परन्तु एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम पूर्वी उत्तर प्रदेश में और एक अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम मध्य पाकिस्तान में बनने से मानसूनी हवा फिर से मैदानी क्षेत्रों की तरफ बढ़नी शुरू हुई, जिससे 29 जून रात्रि से राज्य में उत्तर पूर्व व दक्षिण हरियाणा में मौसम में हल्का बदलाव हुआ है।
चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर डॉ. सीबी सिंह का कहना है कि हरियाणा में 4 जुलाई को कुछ हिस्सों में मौसम परिवर्तनशील रहेगा। बूंदाबांदी व हलकी बारिश होने की संभावना है। बारिश ने उमस व गर्मी से राहत मिलने के साथ तापमान में भी 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी। यह बारिश धान के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी, इससे भूमि में नमी की मात्रा बढ़ेगी, जो फसलों के उत्पादन में सहायक साबित होगी।