दर्जनों पदाधिकारियों ने छोड़ी इनेलो। कहा- जंहा दुष्यंत वँहा हम।


दुष्यंत चौटाला के निष्कासन पर इनेलो पदाधिकारियों ने जताया रोष।

हिसार से सांसद दुष्यंत चौटाला के पार्टी से निष्कासन की खबर इनेलो पदाधिकारियों तक पहुंची। उन्होंने इस पर गहरा रोष जताते हुए इनेलो छोड़ने का ऐलान कर दिया। पार्टी छोड़ने वालो में मुख्य रूप से इनेलो कर्मचारी प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धारा सिंह, हल्का हिसार अध्यक्ष तरुण जैन, नलवा शहरी अध्यक्ष राजेंद्र चुटानी, पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सजन लावट, कानूनी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष व प्रदेश प्रवक्ता एडवोकेट मनदीप बिश्नोई , युवा जिलाध्यक्ष अमित बूरा, शहरी युवा अध्यक्ष रवि आहूजा, नलवा युवा अध्यक्ष अनूप धनखड़, कानूनी प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभु जाखड़,  बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मास्टर गुलाब सिंह खेदड़, बरवाला के शहरी अध्यक्ष व निगम पार्षद मास्टर प्रह्लाद, सैनिक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष राव इंद्र फौजी, हांसी शहरी अध्यक्ष राजीव शर्मा, जयवीर सिहाग, बरवाला पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के हल्का अध्यक्ष राजू तलवंडी, नलवा के प्रवक्ता डॉ अमरदीप सम्भरवाल सहित दर्जनों इनेलो पदाधिकारी शामिल है।

 इनेलो छोड़ने वाले पदाधिकारियों ने कहा कि जिस प्रकार से देश के सबसे कम उम्र के सासंद को साजिश के तहत पार्टी से निष्कासित किया गया है, उससे पार्टी का लोकतंत्र तार तार हो गया है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में राजनैतिक दल में लोकतांत्रिक व्यवस्था को बनाये रखना अतिआवश्यक है। सांसद दुष्यंत चौटाला को जिस प्रकार से नोटिस दिया गया उसकी भाषा को लेकर वे इनेलो सुप्रीमो चौधरी ओम प्रकाश चौटाला से मिले थे और उनसे नोटिस में लिखी गई बातो की चर्चा की तो वे भी इसकी भाषा से आहत हुए थे। नोटिस में जो आरोप लगाए गए थे उनमें मुख्य रूप से ये था कि सांसद दुष्यंत  पार्टी विरोधी ताकतों से मिलकर पार्टी को नुकसान पहुंचाया है। जब कि प्रदेश का बच्चा बच्चा जानता है कि युवा सांसद ने अपनी प्रतिभा से भाजपा सरकार को कई बार बैकफुट पर जाने को मजबूर किया है। हर मोर्चे पर 2011 से अब तक वे पहले कांग्रेस सरकार की और अब भाजपा सरकार की बेकायदियो को बखूबी उजागर कर रहेहै। वे आज  जनहित के मुद्दे उठाने के कारण जन जन में लोकप्रिय हो चुके है। इसी कारण पार्टी में कुछ लोग घबरा गए । और उन्हें षडयंत्र के तहत बिना किसी सबूत व साक्ष्य के पार्टी से निष्कासित कर दिया। इनेलो छोड़ने वाले पदाधिकारियों ने सांसद दुष्यन्त में अपनी आस्था व्यक्त करते हुए कहा कि
"दुष्यंत जंहा, हम वँहा"।


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