पंचकूला के बरवाला में मुर्गियों के मरने के मामले में पशु पालन विभाग की टीम दूसरे दिन भी बरवाला पहुंची और सैंपल लिए। यहां काफी संख्या में मुर्गियों के मरने से बर्ड फ्लू की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, विभाग के पास मृत मुर्गियों का सही आंकड़ा नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि मृत मुर्गियों के सैंपल बर्ड फ्लू की जांच के लिए जालंधर भेज रहे हैंं।
पोल्ट्री फार्म संचालक कुछ भी बता नहीं रहे हैं, लेकिन मजदूरों का कहना है कि क्षेत्र में लाखों मुर्गियां मर चुकी हैं। बताया जा रहा है कि बरवाला में 5 दिसंबर से मुर्गियां मर रही हैं, लेकिन मामला दबाया गया। ऐसे में मृत मुर्गियों के पोल्ट्री फार्म से ही मुर्गियां व अंडे सप्लाई हो रहे हैं। शनिवार को विभाग के डिप्टी डायरेक्टर अनिल बनवाला ने बरवाला में पोल्ट्री फार्म का जायजा किया और सैंपल लेने की बात कही। हालांकि, पंचकूला के डीसी मुकेश कुमार आहुजा ने सैंपल जालंधर भेजे जाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि 3-4 पोल्ट्री फार्म में 50% मुर्गियां मरी हैं। विशेषज्ञ डॉ. एसके खन्ना का कहना है कि मुर्गियों में बीमारी फैल रही है। जांच में ही हकीकत सामने आएगी। उधर, हरियाणा पोल्ट्री फॉर्म हाउस एसोसिएशन के अध्यक्ष दर्शन सिंगला का कहना है कि मुर्गियों के मरने में रानीखेत वायरस दिख रहा है। हमने 15 दिन पहले ही विभाग को लिखित में आगाह कर दिया था।
हिमाचल प्रदेश में 1000 प्रवासी पक्षियाें की माैत
हिमाचल के पाेंग बांध के आसपास पिछले एक सप्ताह में 1,000 से ज्यादा प्रवासी पक्षी मृत पाए गए हैं। इनमें अधिकांश पहाड़ी इलाकाें में पाए जाने वाले लुप्तप्राय प्रजातियों के पक्षी हैं। तीन सदस्यीय पशु चिकित्सकों की टीम ने मृत परिंदों के लिवर समेत विभिन्न अंगों के नमूने लिए हैं। तीन नमूने जालंधर व 17 बरेली की प्रयोगशालाओं में भेजे गए हैं।
मृत परिंदों में बार हेडिड गूज, ग्रे लेग गूज, कॉमन पोचार्ड प्रजाति के पक्षी शामिल हैं। इसके अलावा राजस्थान के जोधपुर, झालावाड़ सहित 5 जिलाें व मध्य प्रदेश के इंदौर में काैओं, माेर और अन्य पक्षियाें की माैत हुई है। ये मौतें बर्ड फ्लू से होने की पुष्टि हो चुकी है। केंद्र सरकार ने पक्षियों की मौत को लेकर 22 अक्टूबर को ही सभी राज्यों को दिशा-निर्देश जारी किए थे। उधर, जापान में बर्ड फ्लू के कारण अब तक 30 लाख मुर्गियां मार दी गई हैं। 47 में से 10 जिले बर्ड फ्लू से प्रभावित हैं।
पोल्ट्री फार्म संचालक कुछ भी बता नहीं रहे हैं, लेकिन मजदूरों का कहना है कि क्षेत्र में लाखों मुर्गियां मर चुकी हैं। बताया जा रहा है कि बरवाला में 5 दिसंबर से मुर्गियां मर रही हैं, लेकिन मामला दबाया गया। ऐसे में मृत मुर्गियों के पोल्ट्री फार्म से ही मुर्गियां व अंडे सप्लाई हो रहे हैं। शनिवार को विभाग के डिप्टी डायरेक्टर अनिल बनवाला ने बरवाला में पोल्ट्री फार्म का जायजा किया और सैंपल लेने की बात कही। हालांकि, पंचकूला के डीसी मुकेश कुमार आहुजा ने सैंपल जालंधर भेजे जाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि 3-4 पोल्ट्री फार्म में 50% मुर्गियां मरी हैं। विशेषज्ञ डॉ. एसके खन्ना का कहना है कि मुर्गियों में बीमारी फैल रही है। जांच में ही हकीकत सामने आएगी। उधर, हरियाणा पोल्ट्री फॉर्म हाउस एसोसिएशन के अध्यक्ष दर्शन सिंगला का कहना है कि मुर्गियों के मरने में रानीखेत वायरस दिख रहा है। हमने 15 दिन पहले ही विभाग को लिखित में आगाह कर दिया था।
हिमाचल प्रदेश में 1000 प्रवासी पक्षियाें की माैत
हिमाचल के पाेंग बांध के आसपास पिछले एक सप्ताह में 1,000 से ज्यादा प्रवासी पक्षी मृत पाए गए हैं। इनमें अधिकांश पहाड़ी इलाकाें में पाए जाने वाले लुप्तप्राय प्रजातियों के पक्षी हैं। तीन सदस्यीय पशु चिकित्सकों की टीम ने मृत परिंदों के लिवर समेत विभिन्न अंगों के नमूने लिए हैं। तीन नमूने जालंधर व 17 बरेली की प्रयोगशालाओं में भेजे गए हैं।
मृत परिंदों में बार हेडिड गूज, ग्रे लेग गूज, कॉमन पोचार्ड प्रजाति के पक्षी शामिल हैं। इसके अलावा राजस्थान के जोधपुर, झालावाड़ सहित 5 जिलाें व मध्य प्रदेश के इंदौर में काैओं, माेर और अन्य पक्षियाें की माैत हुई है। ये मौतें बर्ड फ्लू से होने की पुष्टि हो चुकी है। केंद्र सरकार ने पक्षियों की मौत को लेकर 22 अक्टूबर को ही सभी राज्यों को दिशा-निर्देश जारी किए थे। उधर, जापान में बर्ड फ्लू के कारण अब तक 30 लाख मुर्गियां मार दी गई हैं। 47 में से 10 जिले बर्ड फ्लू से प्रभावित हैं।