भारत ने शनिवार को ओडिशा के बालासोर से शौर्य मिसाइल ने नए वर्जन का सफल परीक्षण किया। जमीन से जमीन पर मार करने वाला यह बैलेस्टिक मिसाइल परमाणु क्षमता से लैस है। यह मिसाइल 800 किलोमीटर दूर तक टारगेट को तबाह कर सकता है। यह मिसाइल मौजूदा मिसाइल सिस्टम को मजबूत करेगा और संचालन में हल्का व आसान है। भारत ने इस आधुनिक मिसाइल का परीक्षण ऐसे समय पर किया है जब एलएसी पर चीन के साथ तनाव चरम पर है।
मौजूदा मिसाइलों के मुकाबले यह हल्का है और इस्तेमाल भी आसान है। सूत्रों ने यह भी बताया कि टारगेट की ओर बढ़ते हुए अमितम चरण में यह हाइपरसोनिक स्पीड हासिल कर लेता है। पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से इस साल घोषणा के बाद डिफेंस रिसर्च एंड डिवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) स्ट्रैटिजिक मिसाइल के फील्ड में देश को पूर्ण रूप से आत्मनिर्मर बनाने के प्रयास में है।
भारत ने इस बीच ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का भी सफल परीक्षण किया है, जो 400 किमी दूर तक टारगेट को हिट कर सकता है जो पिछले मिसाइल की क्षमता से 100 किलोमीटर अधिक है। शौर्य मिसाइल का पहला परीक्षण 2008 में ओडिशा के चांदीपुर समेकित परीक्षण रेंज से किया गया था। इसके बाद सितंबर 2011 में इसका दूसरा परीक्षण किया गया था। पहले इसकी क्षमता 750 किलोमीटर दूर तक हथियार ले जाने की थी।
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