सौंफ के ऐसे फायदे जो आपने सोचे भी नहीं होंगे – Amazing Fennel Seeds


सौंफ Saunf  ( Fennel Seeds ) हर घर में होती है। इसकी मीठी खुशबू और स्वाद सभी को बहुत अच्छे लगते है। खाना खाने के बाद थोड़ी सी सौंफ और मिश्री मुँह में रखकर चबाने का अलग ही मजा है।
इससे मुँह की बदबू तो जाती ही है दाँत भी साफ हो जाते है। सौंफ खाने के फायदे सिर्फ ये ही नहीं है। छोटी सी यह सौंफ कितनी गुणकारी हो सकती ये जानकर आश्चर्य होता है। हेल्थ के लिए इससे सस्ता , सुलभ और स्वादिष्ट नुस्खा शायद ही कोई होगा।

बारीक सौंफ Barik saunf और मोटी सौंफ Moti Saunf ये दो प्रकार की सौंफ बाजार में मिलती है। इनमे बारीक सौंफ चबाने के लिए अच्छी होती ही और मोटी सौंफ अचार बनाने , सब्जी बनाने के काम आती है। सौंफ में औषधीय गुण होते है। यह वात , पित्त और कफ तीनो प्रकार के दोष मिटाती है।

सौंफ के गुणकारी फायदे – Benefits Of Fennel Seeds

Saunf ke fayde labh

पाचन तंत्र – Digestion

खाना खाने के बाद सोंफ खाने से खाना आसानी से पचता है। मुँह से बदबू व खाने की गंध मिटती है। सौंफ के तत्व पेट में पाचन के लिए जरुरी एंजाइम और रस का स्राव बढ़ाते है। saunf पेट और आँतों से जलन व सूजन आदि मिटाकर पोषक तत्वों का अवशोषण बढाती है।
भूख बंद हो तो सौंफ खाने से खुलकर लगने लगती है। यह कब्जहोने से भी बचाती है। सोंफ में एसिडिटी मिटाने का गुण होता है। इसके उपयोग से कई प्रकार की एसिडिटी मिटाने वाली दवा बनाई जाती है।
सौंफ में मौजूद एस्पार्टिक एसिड नामक तत्व के कारण पेट की गैस को मिटाने में सोंफ अद्भुत काम करती है। खाना खाने के बाद नियमित आधा चम्मच सौंफ थोड़ी सी मिश्री के साथ चबाकर रस निगलने से सभी प्रकार के फायदे मिल जाते है।
सोंफ का अर्क भी बनाया जाता है जिसके उपयोग से  छोटे बच्चे से लेकर बड़े बुजुर्ग व्यक्ति तक लाभ प्राप्त कर सकते है। सोंफ का अर्क आयुर्वेदिक शॉप पर मिल जाता है।
बच्चों को अपच होने पर एक कप पानी में एक चम्मच सोंफ डालकर उबाल लें। ठंडा होने पर छान लें। यह पानी बार बार पिलाने से अपच मिट जाती है। इसे दूध में मिलाकर भी दे सकते है।
यदि पेट फूलता हो तो रात को आधा कप पानी में एक चम्मच सोंफ भिगो दें। सुबह मसल कर छान लें। यह पानी दूध में मिलाकर बच्चों को पिलाने से पेट दर्द , पेट फूलना , पेट में गैस भरना आदि ठीक होते है।

आँखें – Eyes

सौंफ में मौजूद विटामिन C , एमिनो एसिड , कोबाल्ट , मैग्नीशियम और फ्लेवोनोइड्स आदि तत्व आँखों के स्वास्थ्य को बनाये रखने में मदद करते है।
सौंफ खाने से उम्र के साथ होने वाली ऑंखों की कमजोरी दूर रहती है। 60 साल की उम्र के बाद आँख में मेक्यूला के ख़राब होने से दिखाई देना कम होता जाता है। सौंफ का नियमित उपयोग मेक्यूला को ख़राब होने से बचाता है। आँखों की रोशनी बनी रहती है।
आँखों की जलन ,आँखों की लाली और आँखों की थकान के लिए सोंफ के पत्ते का रस और सोंफ का पानी बहुत लाभदायक होता है।
सौंफ को पीस पर पाउडर बना लें। यह पाउडर आधा चम्मच और आधा चम्मच पिसी मिश्री मिलाकर दूध के साथ रात को सोते समय लें। नियमित कुछ समय इसे लेने से नेत्र ज्योति तीव्र होती है।
100 ग्राम सौंफ को कूटकर छिलका निकाल दें। जो बचे उतनी ही मात्रा में धनिया , मिश्री मिला दें। दस इलायची के दाने मिला दें । इन सबको मिलाकर बारीक पीस लें। इस पाउडर को सुबह शाम गुनगुने दूध के साथ लेने से आँखें तेज होती है। इस पाउडर को नियमित लेने से मोतियाबिंद का बढ़ना भी रुक जाता है।
रात  को सोंफ पानी में भिगोकर सुबह मसल कर व छानकर यह पानी पीने से आई फ्लू जल्दी ठीक होता है।

दस्त – Loose Motion

अशुद्ध या बाजार का संक्रमित खाने पीने से कई बार दस्त लग जाते है। यह दस्त पेट में मरोड़ उठने के साथ , बार बार थोड़े थोड़े और चिकने हो सकते है। दस्त में आंव होती है कभी कभी आंव के साथ रक्त भी हो सकता है। ऐसे में सौंफ बड़ी लाभदायक सिद्ध होती है।
सौंफ में एनिटोल और सिनेऑल नामक तत्व होते है जिनमे इस प्रकार के इन्फेक्शन को मिटाने के तथा एंटी बेक्टिरियल गुण होते है।
इसके अलावा  सोंफ में पाए जाने वाले कुछ अमीनो एसिड पाचन तंत्र को ठीक करने और इसे सही तरीके से काम करने में मददगार होते है। इस तरह सोंफ के उपयोग से पेचिश , आँव  और दस्त में बहुत फायदेमंद होती है।
50 ग्राम सोंफ तवे पर भून लें। इसमें 50 ग्राम बिना भुनी सौंफ और 100 ग्राम मिश्री मिलाकर तीनो को एक साथ अच्छी तरह पीस लें। इसमें से 2 -2 चम्मच दिन में तीन बार पानी के साथ फंकी लेने से आँव वाले दस्त , मरोड़ , एमोबाइसिस आदि ठीक होते है। खाने में दही और चावल लेने चाहिए।
यदि रोजाना पाँच छः बार दस्त होते हो तो सौंफ , जीरा , धनिया  समान मात्रा में लेकर तवे पर भूनकर पीस लें । इसमें इतनी ही मात्रा में सौंठ और बेल की गिरी पीस कर मिला लें। इस चूर्ण को एक एक चम्मच दिन में तीन बार पानी से लें। इससे पुराने दस्त भी ठीक हो जाते है।
खाना खाते ही दस्त होता हो तो भुनी हुई सोंफ और जीरा समान मात्रा में लेकर पीस लें। इसे एक चम्मच खाना खाने के बाद पानी के साथ लेने से आराम मिलता है।

ह्रदय रोग – Heart

सौंफ में प्रचुर मात्रा में फाइबर होते है। इसकी वजह से रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम करने में सहायक होते है। यह हानिकारक LDL की मात्रा को कम करके दिल की बीमारियों से बचाता है।
इसके अलावा सोंफ में पाये जाने वाले तत्व रक्त वाहिकाओं की दीवार को हानिकारक फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बचाते है। धमनियों को स्वस्थ बनाये रखते है। इससे ह्रदय रोग से बचाव होता है।

ब्लड प्रेशर – Blood Pressure

सौंफ में पोटेशियम भरपूर मात्रा में होता है। जो की शरीर के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण होता है। यह रक्त वाहिकाओं को लचीला बनाता है जिसके कारण ब्लड प्रेशर नियमित रहता है।
ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण शरीर को बहुत नुकसान हो सकता है । ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण डायबिटीज से ग्रस्त लोगों को अधिक परेशानी हो सकती है। सोंफ नियमित रूप से खाने से इस प्रकार के सभी समस्याओं से बचाव संभव है।

श्वसन तंत्र – Respiration

सौंफ में कफ को मिटाने के गुण होते है। यह जुकाम आदि के कारण नाक , गले और फेफड़ों में जमा कफ को पिघला कर विषैले तत्व सहित बाहर निकाल देती है। जिससे साँस की तकलीफ दूर करने में बहुत मददगार होती है।कफ के कारण खांसी हो तो उसमे भी आराम मिलता है। यह ब्रोंकाइटिस में भी लाभदायक होती है।
दो चम्मच सोंफ , एक चम्मच मुलेठी और एक बड़ी इलायची के दाने एक कप पानी में उबाल लें। छान कर गुनगुना पियें। दिन में दो तीन बार लेने से कफ और खांसी में आराम आता है। नाक बहनी बंद होती है।

दिमाग – Brain

सौंफ में पाया जाने वाला पोटेशियम से दिमाग को मिलने वाली ऑक्सीजन में बढ़ोतरी होती है।  इससे इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस भी सही रहता है। इस वजह से सोंफ का नित्य उपयोग दिमाग की कार्यविधि बढ़ा कर स्मरण शक्ति बढ़ाने और दिमाग को सक्रीय रखने में मदद करता है।

स्तन पुष्ट व सुडौल – Healthy Breast

सौंफ में पाए जाने वाले फ्लवोनोइड्स एस्ट्रोजन नामक हार्मोन बढ़ाने में सहायक होते है। इसकी वजह से स्तन में नए ऊतक और तंतुओं का निर्माण बढ़ जाता है। जिससे स्तन का आकार बढ़ता है तथा स्तन पुष्ट और सुडौल होते है।

नाभि या धरण – Nabhi

एक चम्मच पिसी हुई सौंफ को गुड़ में मिलाकर गोली बना लें। इस प्रकार की गोली सुबह शाम एक सप्ताह तक खाने से बार बार नाभि खिसकना या धरण जाना बंद होता है।

हाथ पैरों की जलन – Inflammation

एक गिलास पानी में एक चम्मच सौंफ और एक चम्मच धनिया रात को भिगो दें। सुबह मसल कर छान ले। इसमें मिश्री मिलाकर पियें। कुछ दिन रोजाना पीने से हाथ पैरों की जलन में आराम मिलता है।
गर्मी के मौसम में पी जाने वाली ठंडाई में सौंफ एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा होती है। यह ठंडाई पेट की जलन , हाथ पैरों की जलन , आँखों की जलन , चक्कर आना आदि परेशानियों को मिटाकर शरीर और दिमाग में तरावट लाती है।
सौंफ पेशाब की जलन में भी लाभदायक सिद्ध होती है। इससे पेशाब खुलकर आने लगता है और विषैले तत्व बाहर निकल जाते है। जिससे हाथ पैरों की जकडन व सूजन आदि दूर होते है। यह यूरिन इन्फेक्शन में भी लाभदायक होती है।

आँखों की 7 बेहतरीन एक्सर साइज – 7 Best Eyes exercise


आँखों की एक्सरसाइज ankho ki exercise करने पर लोग ध्यान नहीं देते जबकि यह बहुत आवश्यक है। आँखों की परेशानी का सबसे बड़ा कारण आँखों की बाहरी पेशियों पर तनाव पड़ना होता है।
इस तनाव को कम करने के लिए आँखों की एक्सरसाइज या कसरत ankho ki exercise की जाती है ।
नियमित रूप से आंखों की एक्सरसाइज eyes exercise करने से आँखों की मांसपेशियां और आँखों के स्नायु तंत्र मजबूत होते है और आँखें लम्बे समय तक सही तरीके से काम करती हैं।
आँखें सुन्दर व स्वस्थ बनी रहती  है। ये बहुत ही आसान है सीखिए आँखों की एक्सरसाइज कैसे करें।

आँखों की एक्सरसाइज करने का तरीका – Eyes Exercise

—  सीधे खड़े हों जाएँ।
पहली आँखों की एक्सरसाइज 
गर्दन को स्थिर रखते हुए आँखों की पुतली को धीरे धीरे दाएं ले जायें जितना ज्यादा आसानी से ले जा सकते हो , जोर ना डालें।
फिर धीरे धीरे बाएं ले जाये , इसके बाद वापस दाईं तरह।
इस प्रकार से चार बार पुतली को दाएं और बाएं घुमाएँ ।
अब आँखें बंद करके दो मिनट आँखों को विश्राम दें ।
Exercises-for-Eyes
दूसरी आँखों की एक्सरसाइज 
गर्दन को स्थिर रखते हुए पुतलियों को धीरे धीरे ऊपर ले जाएँ छत की तरफ देखें।
फिर धीरे धीरे नीचे ले जाएँ फर्श की तरफ देखें फिर ऊपर ले जाएँ इस तरह चार बार ऊपर नीचे चलाएं ।
इसके बाद आँखें बंद करके दो मिनट आँखों को विश्राम दें ।
Eyes Exercises
तीसरी आँखों की एक्सरसाइज 
गर्दन को स्थिर रखते हुए पुतलियों को ऊपर ले जाएँ फिर दायीं तरफ गोलाकार क्लॉक वाइज घुमाते हुए एक सर्कल बनायें।
फिर पुतलियों को बाईं और एंटी क्लॉक वाइज घुमाते हुए एक सर्कल बनायें।
इस तरह दोनों तरफ चार बार घुमाएँ।
अब आँखें बंद करके दो मिनट आँखों को आराम दें।
चौथी आँखों की एक्सरसाइज 
हथेलियों से आँखों को दो मिनट इस प्रकार ढक दें की जरा भी रौशनी आँखों तक नहीं पहुंचे।
आँखों पर दबाव बिल्कुल नहीं पड़ना चाहिए।
आँखों और दिमाग को ढ़ीला छोड़ दें।
पूरा विश्राम करें। इसे पामिंग कहते है।
दिन में तीन चार बार पामिंग करें।
पाँचवी आँखों की एक्सरसाइज 
अंगूठे को अपने सामने लगभग 10 इंच की दूरी पर सीधा रखें।
अंगूठे के ऊपरी हिस्से पर देखें।
अब अंगूठे के पीछे पंद्रह बीस फुट दूर स्थित किसी भी चीज को देखें।
वापस अंगूठे को देखें।
इस तरह आठ दस बार नजर पास और दूर केंद्रित करें।
इसके बाद एक बार पामिंग करके वापस अंगूठे को और आगे देखना दोहराएँ ।
छठी आँखों की एक्सरसाइज 
काम करते समय बीच में रुक कर दस बार पलकों को जल्दी जल्दी झपकाएं।
इससे थकान मिटेगी।
आँखे गीली और चमकदार बनी रहेगी।
सातवीं आँखों की एक्सरसाइज 
हँसे और मुस्कराएँ। इससे आँखों में एक विशेष मुग्ध कर देने वाली चमक पैदा होती है।

वजन कम करने के घरेलु उपाय – Weight Loss Ke Gharelu Nuskhe


वजन Weight एक बार बढ़ जाये तो कम करना मुश्किल हो जाता है। इंग्लिश में मोटापे को ओबेसिटी Obesity कहते हैं।  मोटापा अपने आप में कोई बीमारी नहीं है लेकिन कई बीमारियों का घर जरुर है।

मोटापा आने के साथ  हार्ट प्रॉब्लम ,डायबिटीज़  , सायटिका , ब्लड प्रेशर , हड्डियों और जोड़ों में दर्द  , नपुंसकता जैसे गंभीर रोग होने की संभावना बढ़ जाती है । इसके अलावा मोटापे से अनिद्रा , सोते समय साँस लेने में दिक्कत , खर्राटे आदि की परेशानी भी हो सकती है। ऐसा होने पर दिन भर सुस्ती बनी रहती है। किसी काम में मन नहीं लगता।
महिलाओं में वजन अधिक होने से स्तन का कैंसर , आँतों का कैंसर , पित्ताशय या गर्भाशय का कैंसर भी हो सकता है। मोटापे के कारण पुरुषों को आँतों का या प्रोस्टेट का कैंसर होने की सम्भावना भी बढ़ जाती है।
इसके अतिरिक्त ज्यादा वजन वाले व्यक्ति को दूसरे लोग आलसी और कम इच्छा शक्ति वाला समझने लगते है। इसका असर उनकी आय पर पड़ सकता है। हो सकता है ऐसे लोग प्यार के मामले में भी पिछड़ जाएँ।

वजन बढ़ने के कारण – Reason of Weight Gain

वजन बढ़ने का सामान्य कारण अधिक मात्रा में खाना या पाचन क्रिया की खराबी होता है। खाना अगर चटपटा , मसालेदार , स्वादिष्ट होता है तो ज्यादा खाने में आ जाता है , जिसके कारण पाचन ख़राब हो जाता है। लम्बे समय तक ऐसा होने का असर अन्तः स्रावी ग्रंथियों पर पड़ता है जिससे मोटापे जैसे रोग से शरीर ग्रसित हो जाता है।
कुछ लोगों में मोटापा  Obesity जेनेटिक होता है यानि घर का कोई अन्य सदस्य भी मोटापे से ग्रस्त हो तो आपको भी ये हो सकता है ।
हारमोन्स भी  मोटापे का कारण हो सकते है। किसी ऑपरेशन के कारण या किसी दवा के साइड इफ़ेक्ट के कारण भी मोटापा बढ़ सकता है।
इसके अलावा अन्तः स्रावी ग्रंथि जैसे पीनियल व पिट्यूटरी ग्लैंड में कुछ कमी से भी मोटापा आ जाता है। थायरॉइड की कमी से भी वजन बढ़ सकता है। थायराइड की जाँच करवाने से इसका पता चलता है। थाइरॉइड के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

वजन कम करने के घरेलु नुस्खे  – Weight loose karne ke gharelu upay


वजन कम करने के लिए खाना बंद कर देना समझदारी का काम नहीं है  बल्कि संतुलित खाना भूख लगने पर ही और खूब चबाकर खाना जरुरी है । तली हुई वस्तुएं जैसे कचोरी, समोसा तथा फ़ास्ट फ़ूड , चोकलेट , कोल्ड ड्रिंक , मिठाई आदि नहीं खाना चाहिए या कम मात्रा में लेनी चाहिए ।
विटामिन “सी ” वाले फल खाने चाहिए ,ये भूख को कंट्रोल  करने में मदद करते है। नमक कम लेना चाहिए जिससे सेल्स में पानी की मात्रा कम होकर वजन कम होता है।
अपने आप को व्यस्त रखें। फ्री होने पर खाने की इच्छा पैदा होती है। मोटापे से समझौता नहीं करे। ये आपको बहुत से शारीरिक , मानसिक और भौतिक सुखों से वंचित रखता है। आप जिंदगी का असली आनंद नहीं उठा पाते है।
आप खुशहाल जिंदगी नहीं जी पाते। इसलिए अपनी विल पॉवर को मजबूत कीजिये और इन घरेलु नुस्खे  ( weight loss ke gharelu nuskhe ) की मदद से मोटापे से छुटकारा पाइए।
—  एक गिलास पानी में 8 -10 तुलसी ( Tulsi ) के पत्तों का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से weight loss  होता है।
—  एक गिलास गरम पानी में एक चम्मच शहद ( Honey ) व एक चम्मच नीम्बू  का रस मिलाकर सुबह खाली पेट पीने से मोटापा कम होता है।
—  जौ  का आटा और चने का आटा  मिलाकर इस आटे की चपाती दही के साथ खाने से मोटापा कम होता है।
—  छाछ में पिसी अजवायन व काला नमक डालकर पीने से मोटापा कम होता है।
—  Weight loss के लिए आंवला तथा हल्दी समान मात्रा में पीसकर चूर्ण बना लें। ये चूर्ण छाछ में डालकर पीने से मोटापा कम होता है।
—  मिर्च में पाया जाने वाला तत्व कैप्साईसिन से भूख कम होती है तथा कैलोरी भी ज्यादा जलती है इसलिए मिर्च मोटापा कम करने में सहायक होती है।
—  सौंठ , काली मिर्च व दालचीनी समान मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें। ये मसाला चूर्ण आधी चम्मच सुबह खाली पेट व आधी चम्मच रात को सोते समय पानी के साथ लेने से वजन कम होता है।
—  खाने को अधिक देर तक चबाएं इससे कम खाने से ही पेट भर जायेगा और हजम भी अच्छे से होगा। अपने भोजन को कम मात्रा में तीन -तीन घंटे में खाएँ।
—  कच्ची पत्ता गोभी फैट को जलाने में सहायक होती है। कच्ची न खा सकें तो थोड़े से तेल में राई व हरी मिर्च छोंक कर इसमें पत्ता गोभी हल्की सी पका कर सलाद की तरह खाएँ । पत्ता गोभी कार्बोहाईड्रेट और शर्करा को वसा मे बदलने से रोकती है इसलिए भी मोटापे से बचाती है। पत्तागोभी की सब्जी भी खा सकते है।
—  एक गिलास गाजर का जूस रोज सुबह पीने से वजन कम होता है।
—  weight loss के लिए खाना खाने से थोड़ी देर पहले थोड़ी भुनी मूंगफली बिना चीनी की चाय या कॉफ़ी के साथ खाएं। इससे भूख मिटती है और अधिक भोजन करने से बच जाते है।
—  आलू यदि उबालकर या भूनकर खाया जाये तो मोटापा नहीं बढाता। आलू फ्राई करके नहीं खाएं जैसे फ्राई किये हुए फिंगर चिप्स आदि।
—  थोड़ा व्यायाम , योग , प्राणायाम रोज करें । चोकर की रोटी , हरी सब्जी खाएं। शाम को फल फ्रूट्स खाएं। वजन कम हो जायेगा।

दर्जनों पदाधिकारियों ने छोड़ी इनेलो। कहा- जंहा दुष्यंत वँहा हम।


दुष्यंत चौटाला के निष्कासन पर इनेलो पदाधिकारियों ने जताया रोष।

हिसार से सांसद दुष्यंत चौटाला के पार्टी से निष्कासन की खबर इनेलो पदाधिकारियों तक पहुंची। उन्होंने इस पर गहरा रोष जताते हुए इनेलो छोड़ने का ऐलान कर दिया। पार्टी छोड़ने वालो में मुख्य रूप से इनेलो कर्मचारी प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धारा सिंह, हल्का हिसार अध्यक्ष तरुण जैन, नलवा शहरी अध्यक्ष राजेंद्र चुटानी, पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सजन लावट, कानूनी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष व प्रदेश प्रवक्ता एडवोकेट मनदीप बिश्नोई , युवा जिलाध्यक्ष अमित बूरा, शहरी युवा अध्यक्ष रवि आहूजा, नलवा युवा अध्यक्ष अनूप धनखड़, कानूनी प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभु जाखड़,  बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मास्टर गुलाब सिंह खेदड़, बरवाला के शहरी अध्यक्ष व निगम पार्षद मास्टर प्रह्लाद, सैनिक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष राव इंद्र फौजी, हांसी शहरी अध्यक्ष राजीव शर्मा, जयवीर सिहाग, बरवाला पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के हल्का अध्यक्ष राजू तलवंडी, नलवा के प्रवक्ता डॉ अमरदीप सम्भरवाल सहित दर्जनों इनेलो पदाधिकारी शामिल है।

 इनेलो छोड़ने वाले पदाधिकारियों ने कहा कि जिस प्रकार से देश के सबसे कम उम्र के सासंद को साजिश के तहत पार्टी से निष्कासित किया गया है, उससे पार्टी का लोकतंत्र तार तार हो गया है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में राजनैतिक दल में लोकतांत्रिक व्यवस्था को बनाये रखना अतिआवश्यक है। सांसद दुष्यंत चौटाला को जिस प्रकार से नोटिस दिया गया उसकी भाषा को लेकर वे इनेलो सुप्रीमो चौधरी ओम प्रकाश चौटाला से मिले थे और उनसे नोटिस में लिखी गई बातो की चर्चा की तो वे भी इसकी भाषा से आहत हुए थे। नोटिस में जो आरोप लगाए गए थे उनमें मुख्य रूप से ये था कि सांसद दुष्यंत  पार्टी विरोधी ताकतों से मिलकर पार्टी को नुकसान पहुंचाया है। जब कि प्रदेश का बच्चा बच्चा जानता है कि युवा सांसद ने अपनी प्रतिभा से भाजपा सरकार को कई बार बैकफुट पर जाने को मजबूर किया है। हर मोर्चे पर 2011 से अब तक वे पहले कांग्रेस सरकार की और अब भाजपा सरकार की बेकायदियो को बखूबी उजागर कर रहेहै। वे आज  जनहित के मुद्दे उठाने के कारण जन जन में लोकप्रिय हो चुके है। इसी कारण पार्टी में कुछ लोग घबरा गए । और उन्हें षडयंत्र के तहत बिना किसी सबूत व साक्ष्य के पार्टी से निष्कासित कर दिया। इनेलो छोड़ने वाले पदाधिकारियों ने सांसद दुष्यन्त में अपनी आस्था व्यक्त करते हुए कहा कि
"दुष्यंत जंहा, हम वँहा"।